Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna Hare Hare...
Hare Rama Hare Rama Rama Rama Hare Hare.........................

Wednesday, March 27, 2013

कान्हा के नाम चिठ्ठी -पिंकी पुरकायस्थ चंद्रानी




अरे कान्हा, काहे तू मोको रुलाये ,
पल छिन मैंने तो पर छोड़ा ,
काहे न राह दिखाये .
मो को क्यों तरसाये .
सात जनम के धागे सारे ,
छूट छुट  गिरे मन घबराये,
तू जो साथ निभाये मेरा,
कोई का मोको रुलाये .
काहे ना राह दिखाये .
मै तो तेरी हूँ ओ मनमोहन,
तुझ पर मोरा जीवन अर्पण .
तो फिर क्यों भटकाये 
काहे तू मोको रुलाये ..........

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