Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna Hare Hare...
Hare Rama Hare Rama Rama Rama Hare Hare.........................

Wednesday, August 24, 2011

आया सबका दुलारा -चंद्रानी पुरकायस्थ



 अँधियारे को मिटाने आया ,
जगमग करता सितारा .
भाद्र पद की अष्टमी को ,
आया सबका दुलारा .
धर्म को बचाने आया .
पाप को मिटाने .
जनमन को भय मुक्त कर ,
 प्रेम का मार्ग दिखलाने  .
मधुर बंशी वाला आया,
गोपियन के मन को चुराने .
आया मनमोहन आया ,
खुशियों के दीपक जलाने.
देबकी का प्राण आया,
यशोदा का जीवन .
वसुदेव का जीवन दीपक,
खेले नन्द के आंगन .
कंस का नाशक आया,
दुनिया को स्वर्ग सा बनाने ,
गीता का अमृत  देने आया.
आया सुख बरसाने .
आया वह प्यारा नटवर,
सबको नाच नचाने.
कर्म और धर्म का ,
अद्भुत योग सिखलाने .

नटखट कान्हा - चंद्रानी पुरकायस्थ


 मैया मैया मैं तेरा कन्हैया ,
भोला- भाला सीधा- सच्चा.
घर घर  माखन कैसे चुराऊँ,
नन्हा मुन्ना बालक ठहरा .
ओ मोरी भोली सी मैया ,
तू तो कुछ भी जानत नाही.
तू मोहे  स्नेह करत हैं ,
देख देख जलत हैं गोपियाँ सारी.
माखन मिश्री  का लोभ दिखायें,
नाच नचायें गली गली.
मोको मैया डांट खिलाएं,
बातें  बनायें झूटी मुटी .
मीठी मीठी बातें करके,
तो को हरबार  छल जाती हैं   .
 मेरी अखियन  में आंसू देख,
मन्द मन्द मुस्काती हैं .
तू जो रूठी मैया मोरी,
ये जग मो से रूठा.
देख ना मेरी आँखों में मैया .
बोल ,में हूँ क्या झुटा?
बाहें पसारे खड़ा हूँ मैया ,
अपने कान्हा को बुलाले .
देख ना मैया आंसु बहत हैं,
सिने से लगाले .
तेरी बाते मानूंगा मैया ,

तेरों मन को कभी ना दुखाऊंगा.
 एक बार गले से लगाले मैया,
  फिर ना कभी सताऊंगा.



Sunday, August 14, 2011

कान्हा के नाम चिट्ठी - मेरो श्याम नाम सहारा- चंद्रानी पुरकायस्थ

मायेरी, मेरो श्याम नाम सहारा,
 अंतर मन श्याम का मंदिर ,
विराजत  नित नंदलाला .
मायेरी, मेरो श्याम नाम सहारा.
 श्याम नाम जीवन अमृत ,
अँधियारे में उजाला . 
श्याम नाम ने इस जग में हर संकट से उबारा.
 श्याम ही तो जीवन दाता,
  श्याम ही सबका त्राता .
  श्याम नाम की धून जो लागी,
माया बंधन टुटा.
अंतर मन में तुलसी रोपी ,
भक्ति जल से सींचा .
श्रद्धा रूपी दीप जलाई ,
प्रेम का चंदन लेपा.
घट घट उसकी छवी निहारूँ,
माखन चोर  , मतवारा .
 मनमोहन श्याम मनोहर,
जग का कण कण पुकारा .
मायेरी, मेरो श्याम नाम सहारा.