मैया मैया मैं तेरा कन्हैया ,
भोला- भाला सीधा- सच्चा.
घर घर माखन कैसे चुराऊँ,
नन्हा मुन्ना बालक ठहरा .
ओ मोरी भोली सी मैया ,
तू तो कुछ भी जानत नाही.
तू मोहे स्नेह करत हैं ,
देख देख जलत हैं गोपियाँ सारी.
माखन मिश्री का लोभ दिखायें,
नाच नचायें गली गली.
मोको मैया डांट खिलाएं,
बातें बनायें झूटी मुटी .
मीठी मीठी बातें करके,
तो को हरबार छल जाती हैं .
मेरी अखियन में आंसू देख,
मन्द मन्द मुस्काती हैं .
तू जो रूठी मैया मोरी,
ये जग मो से रूठा.
देख ना मेरी आँखों में मैया .
बोल ,में हूँ क्या झुटा?
बाहें पसारे खड़ा हूँ मैया ,
अपने कान्हा को बुलाले .
देख ना मैया आंसु बहत हैं,
सिने से लगाले .
तेरी बाते मानूंगा मैया ,
तेरों मन को कभी ना दुखाऊंगा.
एक बार गले से लगाले मैया,
फिर ना कभी सताऊंगा.
तेरी बाते मानूंगा मैया ,
तेरों मन को कभी ना दुखाऊंगा.
एक बार गले से लगाले मैया,
फिर ना कभी सताऊंगा.
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